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विश्व जल दिवस पर इतिहास विभाग में जल संरक्षण पर हुई संगोष्ठी : उज्ज्वल भविष्य के लिए जल श्रोतों का संरक्षण करें युवा - अशोक सोनकर

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Janpad News Times

Updated At 07 Apr 2025 at 12:25 PM

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राकेश यादव रौशन

वाराणसी इतिहास विभाग, सामाजिक विज्ञान संकाय, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय वाराणसी सहायक प्रोफेसर अशोक कुमार सोनकर के संयोजन में शनिवार को एक दिवसीय व्याख्यान का आयोजन किया गया, जिसका विषय "जल स्रोत संरक्षण में महिलाओ की भूमिका" एक विमर्श रहा।

इस अवसर पर मुख्य वक्ता प्रो. जय राम सिंह ने कहा कि विश्व की अधिकतर सभ्यताएं जल स्रोतों के किनारे ही विकसित हुई हैं। लेकिन धीरे-धीरे जल स्रोतों की संख्या घटती जा रही है, जो चिंताजनक है। विशिष्ट वक्ता प्रो. ताबिर कलाम ने मध्यकालीन में महिलाओ का जल स्रोत संरक्षण में योगदान पर प्रकाश डाला और मुगल शासकों द्वारा निर्मित जल स्रोत एवं नहरों के निर्माण पर विस्तृत रूप से चर्चा की। वक्ता डाॅ. अशोक सिंह ने महिलाओं के जल स्रोत संरक्षण में योगदान का उदाहरण सहित कई क्षेत्रों की चर्चा की, जिसमें बुन्देलखण्ड, राजस्थान एवं पहाड़ी क्षेत्र शामिल रहे। अध्यक्षता कर रही प्रो. मालविका रंजन ने जल स्रोत संरक्षण में महिलाओं की भूमिका पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला।

कार्यक्रम संयोजक अशोक कुमार सोनकर सहायक प्रोफेसर इतिहास विभाग ने कहा कि यदि देश के जल स्रोतों को संरक्षित नही किया जायेगा तो आने वाले दिनों में लोगों को जल संकट से जूझना पड़ेगा और आज जिस प्रकार पेट्रोल पम्प पर लोग लाईन लगाकर गाड़ियों में पेट्रोल भरवाते हैं, अतः जल है तभी कल है। इसलिए आइये जल स्रोतों का संरक्षण किया जाये।

इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता प्रो. जयराम सिंह पूर्व फेलो भारतीय उन्नत अध्ययन संस्थान शिमला, विशिष्ट वक्ता प्रो. ताबिर कलाम, इतिहास विभाग, सामाजिक विज्ञान संकाय तथा वक्ता डाॅ. अशोक कुमार सिंह, जल एवं पर्यावरण स्वच्छता विशेषज्ञ। अतिथियों का स्वागत प्रो. घनश्याम, विभागाध्यक्ष, इतिहास विभाग द्वारा किया गया। अध्यक्षता प्रो. मालविका रंजन, इतिहास विभाग ने किया। कार्यक्रम संयोजक अशोक कुमार सोनकर सहायक प्रोफेसर इतिहास विभाग रहे। विषय स्थापना प्रो. प्रवेश भारद्वाज इतिहास विभाग ने किया।

इस अवसर पर प्रो. केशव मिश्रा, डाॅ. सीमा मिश्रा, प्रो. अनुराधा सिह, डाॅ. आदेश कुमार, डाॅ. नीरज त्रिवेदी, डाॅ. अवध नारायण त्रिपाठी, डाॅ. भूपेन्द्र श्रीवास्तव, सुनील यादव, डाॅ. दीपक कन्नौजिया, डाॅ. आराधना गोस्वामी, डाॅ. नीलम मिश्रा सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

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