नया साल का उल्लास : नए साल का दुनियाभर में छाया उल्लास, भारत में खुशियों की आतिशबाजी और प्रार्थना

Janpad News Times
Updated At 30 Mar 2025 at 01:27 PM
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रात 12 बजते ही भारत समेत पूरी दुनिया नए साल के जश्न में डूब गई। नए सपने और नई उम्मीदें लेकर साल 2025 सबसे पहले किरिबाती गणराज्य के क्रिसमस आइलैंड पहुंचा। प्रशांत महासागर में स्थित इस द्वीप में भारतीय समयानुसार 31 दिसंबर की शाम साढ़े 3 बजे ही नए साल का जश्न शुरू हो गया। इसी क्रम में समोआ और टोंगा, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, पापुआ न्यू गिनी, म्यांमार, जापान और इंडोनेशिया जैसे देशों में भी नव वर्ष ने भारत से पहले दस्तक दी। अलग-अलग टाइम जोन के कारण 41 देश ऐसे हैं, जो भारत से पहले नव वर्ष का स्वागत करते हैं। भारत समेत दुनियाभर में स्थानीय संस्कृतियों और परंपराओं के साथ नए साल का स्वागत किया जा रहा है।
स्वर्ण मंदिर में उमड़ा आस्था का सैलाब: नव वर्ष के स्वागत में दुनियाभर में उत्साह और उमंग देखने को मिला। ऑस्ट्रेलिया के िसडनी हॉर्बर से लेकर थाईलैंड की राजधानी बैंकाक तक में जमकर आतिशबाजी हुई। वहीं, भारत में भी लोगों ने जमकर जश्न मनाया। देशभर के मंदिरों में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। तस्वीर स्वर्ण मंदिर की।
नववर्ष 2025 के स्वागत में थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में भी आकर्षक आतिशबाजी देखी गई। इसके अलावा न्यूजीलैंड के ऑकलैंड शहर में नए साल के स्वागत में लोगों ने देश के सबसे ऊंचे स्काई टॉवर से रंग-बिरंगी आतिशबाजी व अन्य स्थान पर आयोजित लाइट शो का लुत्फ उठाया। भारतीय समयानुसार 31 दिसंबर को शाम साढ़े 6 बजे ऑस्ट्रेलिया के सिडनी, मेलबर्न और कैनबरा में भी नए साल पर भव्य आतिशबाजी हुई। वहीं जापान, दक्षिण कोरिया और उत्तर कोरिया रात के 8 बजे से अपना जश्न शुरू हुआ। धरती पर नए साल का स्वागत करने के लिए आखिरी जगह हवाई के दक्षिण-पश्चिम में स्थित बेकर और हाउलैंड के निर्जन द्वीप होते हैं। यहां भारतीय समयानुसार 1 जनवरी की शाम साढ़े 5 बजे नए साल की शुरुआत होती है।
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