कालाबाजारी : जनपद के बॉर्डर क्षेत्र से चंदौली की खाद जा रही बिहार
Janpad News Times
Updated At 23 Nov 2024 at 05:26 AM
चंदौली। जनपद के बॉर्डर क्षेत्र से सौ रुपए के लालच में बिहार में खाद की कालाबाजारी की जा रही है। वैसे अधिकारियों का कहना है कि अगर खाद विक्रेता के खिलाफ शिकायत मिली तो कार्रवाई की जाएगी। बिहार में खाद की किल्लत के कारण बिहार की किसान 11 सौ रूपये बोरी (50 किलो) के खाद को 12 सौ रुपये में खरीदकर ले जा रहे हैं।
जनपद मेंं इफ्को सेवा केंद्र के साथ ही 83 सहकारी समितियां शामिल हैं। इसके अलावा 200 से अधिक निजी खाद की दुकानें हैं। गेहूं की बोआई शुरू होते ही पड़ोसी राज्य बिहार में खाद की किल्लत हो गई है। वहां के किसान पैसे और समय बचाने के लिए सौ-दौ सौ ज्यादा देकर जिले के खाद विक्रताओं से ले रहे हैं। कृषि विभाग का दावा है कि खाद की कालाबाजारी रोकने के लिए बिहार राज्य के सेट दुकानों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। जनपम में 3500 अधिक मीट्रिक टन डीएपी निजी स्टॉक में है। वहीं, 1000 से अधिक मीट्रिक टन डीएपी सरकारी स्टॉक में है। किसान जय सिंह और मुरहू ने बताया कि जिले में गेहूं की बोवाई एक सप्ताह में शुरू हो जाएगी। इससे पहले प्रशासन को अभियान चलाकर खाद की कालाबाजारी रोकनी चाहिए। खाद की दुकानों पर रेट लिस्ट लगवाना चााहिए।
जिले में खाद्य विक्रेताओं पर पैनी नजर है यदि कोई ऐसा करे हुए पाया जाता है तो की शिकायत के आधार पर उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। तत्काल दुकानदार अपने दुकानों के बाहर स्टॉक और रेट बोर्ड लगा दें ताकि किसान भ्रमित न हो।
विनोद कुमार यादव, जिला कृषि अधिकारी
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