भांजे के प्यार में अंधी हुई पत्नी ने की पति की नृशंस हत्या
सचेंडी के लालेपुर निवासी 45 वर्षीय शिवबीर की हत्या का आरोप उनकी पत्नी लक्ष्मी और 25 वर्षीय भांजे अमित पर लगा है। पुलिस की पूछताछ में दोनों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। जानकारी के मुताबिक, अमित और लक्ष्मी के बीच प्रेम संबंध थे, जिसकी वजह से उन्होंने शिवबीर को रास्ते से हटाने का फैसला किया।
कानपुर

9:21 PM, September 8, 2025
10 महीने बाद खुला खौफनाक राज
जे एन टी न्यूज डेस्क
कानपुर, सचेंडी के लालेपुर गांव में रिश्तों को शर्मसार करने वाला एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है। एक महिला ने अपने ही भांजे के प्यार में अंधी होकर अपने पति की बेदर्दी से हत्या कर दी। इस खौफनाक वारदात का खुलासा 10 महीने बाद तब हुआ, जब पुलिस ने कड़ी पूछताछ की और कॉल डिटेल्स सामने रखीं।
सचेंडी के लालेपुर निवासी 45 वर्षीय शिवबीर की हत्या का आरोप उनकी पत्नी लक्ष्मी और 25 वर्षीय भांजे अमित पर लगा है। पुलिस की पूछताछ में दोनों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। जानकारी के मुताबिक, अमित और लक्ष्मी के बीच प्रेम संबंध थे, जिसकी वजह से उन्होंने शिवबीर को रास्ते से हटाने का फैसला किया।
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मृतक की मां सावित्री देवी ने बताया कि वह 30 अक्टूबर 2024 को बांदा गई थीं और 5 सितंबर को वापस लौटीं। बहू लक्ष्मी ने उन्हें बताया कि शिवबीर नौकरी के लिए गुजरात चले गए हैं। कई दिनों तक जब शिवबीर से कोई संपर्क नहीं हुआ, तो शक गहराया। सावित्री देवी ने अपनी बहू और नाती के प्रेम संबंधों की बात बताते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
एडीसीपी पश्चिम कपिल देव सिंह ने बताया कि पुलिस ने जब लक्ष्मी और अमित से सख्ती से पूछताछ की और उनके बीच हुई कॉल डिटेल्स सामने रखीं, तो दोनों टूट गए और 2 नवंबर 2024 को की गई हत्या का गुनाह कबूल कर लिया।
अमित ने बताया कि शिवबीर की मां के जाने के बाद, 2 नवंबर को लक्ष्मी ने चाय में नशे की गोलियां मिलाकर शिवबीर को पिला दी थीं। जब वह सो गए, तो अमित ने सिर पर रॉड मारकर उनकी हत्या कर दी। इसके बाद दोनों ने शव को घर के पीछे खेत में दफना दिया और गलाने के लिए नमक भी डाल दिया।हत्या के कुछ समय बाद, कुत्तों ने शव को बाहर निकाल दिया था। इसके बाद लक्ष्मी और अमित ने मिलकर हड्डियों को एक बोरे में भरा और पनकी नहर में फेंक दिया। पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल की गई रॉड और फावड़ा बरामद कर लिया है। पुलिस फॉरेंसिक टीम के साथ उस जगह पर भी पहुंची, जहाँ शव को गाड़ा गया था। वहाँ शिवबीर की उंगलियों की हड्डियों के कुछ अवशेष मिले हैं।
घटना के समय शिवबीर के 13 और 8 साल के दो बच्चे जाग गए थे, लेकिन उनकी मां लक्ष्मी ने किसी तरह उन्हें शांत करा दिया। इस घटना ने पूरे कानपुर में हड़कंप मचा दिया है और लोग रिश्तों की मर्यादा को तार-तार होते देख हैरान हैं। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।