रामगढ़ की रामलीला के अंतिम दिन श्रीराम को सौंपी गई राजगद्दी
चहनिया। श्री रामलीला समिति रामगढ़ के बैनर तले 152 सालों से चली आ रही रामलीला के इस साल के अंतिम दिन मंचन में श्रीराम को राजगद्दी शौंपी गई और उनका बडे धूम धाम से राज्याभिषेक किया गया चौदह दिवसीय अनवरत चल रही रामलीला में लंका पर विजय प्राप्त करने के बाद भरत और श्रीराम के मिलाप के बाद भगवान श्रीराम अयोध्या पहुंचते हैं। उनके वनवास से लौटने पर पूरी अयोध्या में खुशियां मनाई जाती है। लोगों ने फूलों की वर
चाहनिया, चंदौली

6:13 PM, Oct 5, 2025

मु रफीक
जनपद न्यूज़ टाइम्सचहनिया। श्री रामलीला समिति रामगढ़ के बैनर तले 152 सालों से चली आ रही रामलीला के इस साल के अंतिम दिन मंचन में श्रीराम को राजगद्दी सौंपी गई और उनका बडे धूम धाम से राज्याभिषेक किया गया चौदह दिवसीय अनवरत चल रही रामलीला में लंका पर विजय प्राप्त करने के बाद भरत और श्रीराम के मिलाप के बाद भगवान श्रीराम अयोध्या पहुंचते हैं। उनके वनवास से लौटने पर पूरी अयोध्या में खुशियां मनाई जाती है। लोगों ने फूलों की वर्षा की, श्रीराम जी के आगमन होने पर खुशियां मनाते हुए सभी ने आतिशबाजी भी की लोगों के द्वारा मिठाइयां भी बांटी गई रामलीला परिसर में मंच को फूल मालाओं से खूब सजाया गया। वशिष्ठ और अन्य मुनियों ने श्रीराम को आशीर्वाद दिया। रामजी ने तीनों माता कौशल्या कैकेई और सुमित्रा से भी आशीर्वाद लिया। पूरी अयोध्या नगरी के नागरिकों के अनुरोध पर क्षेत्र के पूज्य, विद्वान ब्राह्मण राजेन्द्र मिश्रा,संतोष मिश्रा,शिवदत्त पांडेय,अमृत पाठक ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ राजतिलक की विधि को पूरा कराया। भगवान श्रीराम की भूमिका में चहनिया क्षेत्र के रामगढ़ निवासी वरिष्ठ पत्रकार सुधीन्द्र पांडेय के पुत्र शौर्य पांडेय सिंहासन पर बैठे और राजगद्दी संभाली। रामलीला भवन में हो रहे रामलीला के चौदहवें दिन रामलीला महोत्सव का समापन प्रभु श्रीराम के राज्याभिषेक के साथ हुआ। श्रीराम अपने तीनों भाइयों और जानकी के साथ सिंहासन पर विराजमान हुये। इस मौके पर श्रीराम भक्त हनुमान जी सहित वानर सेना भी मौजूद रही। रामगढ़ की रामलीला किसी अयोध्या से कम नहीं लग रही थी। श्रीराम के राजतिलक की लीला का भावपूर्ण रामायण गान विजय पांडेय, मुन्ना पांडेय के द्वारा प्रस्तुत किया। अंतिम दिन रामलीला परिसर में दर्शकों की भीड़ उमड़ पड़ी। समिति के द्वारा सभी कलाकारों को और सभी सहयोगियों को स्मृति चिह्न व अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया तत्पश्चात महाप्रसाद का भी वितरण किया गया।
इस मौके पर मुख्य रूप से ब्यास शोभनाथ पांडेय, धनंजय सिंह,सारनाथ पांडेय,नागेन्द्र सिंह, शिवदत्त पांडेय, डॉ बंगाली सूतप राय,संदीप पाटिल,रविन्द्र सिंह,पप्पू माली,राजन सिंह,अकरम अली , चन्दभान गुप्ता, अशोक मौर्या, धर्मदेव मौर्या, श्यामसदन,चन्द्रमा मौर्या, राजेश मौर्या, रमायन साव, उमेश मौर्या, जग्गू राजभर, मुहम्मद रफीक, अनिल पाण्डेय, सुदामा पाण्डेय, खदेरन पाण्डेय,प्रफुल्ल श्रीवास्तव,इत्यादि ग्रामीण उपस्थित रहें।
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