मनोनिग्रह की साधना ही जीवन का परम उत्कर्ष : संतोष अग्रवाल
भक्त शिष्यों ने वैदिक मंत्रोच्चारण एवं शंख ध्वनि के बीच सदगुरुदेव के चरणों पर माला पुष्प अर्पित किया l इस अवसर पर संस्थान के युवा प्रचारक एवं योग प्रशिक्षक संतोष अग्रवाल ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि सदगुरु स्वतंत्रदेव जी महाराज आज वर्तमान में इस विहंगम योग आध्यात्मिक ज्ञान के प्रदाता हैं।
चंदौली

6:44 PM, July 28, 2025
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पीडीडीयू नगर। सद्गुरु सदाफलदेव विहंगम योग संत समाज के तत्वावधान में चंदौली जिले के मुगलसराय स्थित रामजानकी मंदिर के समीप विहंगम योग के द्वितीय परंपरा सदगुरु आचार्य श्री स्वतंत्रदेव जी महाराज का 78 वा पावन जन्मोत्सव बड़े ही भव्यता के साथ अंग्रेजी तिथि के अनुसार 28 जुलाई को मनाया गया l सभी भक्त शिष्यों ने वैदिक मंत्रोच्चारण एवं शंख ध्वनि के बीच सदगुरुदेव के चरणों पर माला पुष्प अर्पित किया l इस अवसर पर संस्थान के युवा प्रचारक एवं योग प्रशिक्षक संतोष अग्रवाल ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि सदगुरु स्वतंत्रदेव जी महाराज आज वर्तमान में इस विहंगम योग आध्यात्मिक ज्ञान के प्रदाता हैं।अत्यंत दिव्य व्यक्तित्व के स्वामी एवं दयालुता के प्रतिमूर्ति सदगुरुदेव अपने योग्य शिष्य सेवकों को सहज ही संसार के कष्टों से स्वतंत्र कर मोक्ष प्रदान कर देते हैं।संतोष अग्रवाल ने विहंगम योग के वैज्ञानिक ध्यान साधना पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज समाज में जो भी विसंगतिया फैल रही है उसका एक मात्र कारण हमारे मन का अनियंत्रित होना। विहंगम योग की साधना के अभ्यास से एक मानव का मन सहज मे ही नियंत्रित और संयमित हो जाता है स्वास्थ्य, सुख और शांति का अमोघ मंत्र है योग साधना। कार्यक्रम में विभिन्न भजनों एवं आध्यात्मिक सोहर की प्रस्तुति भी हुई और कार्यक्रम के अंत में सदगुरु वंदना, आरती,शांति पाठ एवं महाप्रसाद वितरण के साथ जन्मोत्सव कार्यक्रम संपन्न हुआ।इस कार्यक्रम में अखिल सिंह, मनोज सिंह, रमाकांत जी, ,सुनीता सिंह, मनोज सिंह, जनार्दन सिंह समृद्धि सिंह, मीना गुप्ता, केशव अग्रहरी, राममोहन अग्रहरि, राजेश सिंह जी आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई l