जान के दुश्मन बन रहे असलहे
लाइसेंसी असलहे सुरक्षा के लिहाज से लिए जाते हैं, लेकिन वह सुरक्षा के मुकाबले परेशानी का सबब अधिक बन रहे हैं। जिले में कई मामले ऐसे सामने आ चुके हैं जिनमें लाइसेंसी असलहे खुद के लिए ही घातक साबित हुए। सुरक्षा के उद्देश्य से प्रशासन लोगों को शस्त्र लाइसेंस जारी करता है। परंतु लोग लाइसेंस लेने के मामले में होड़ लगा लेते हैं तथा उन्होंने इसे शौक बना रखा है
चंदौली

7:38 PM, July 29, 2025
कहीं लाइसेंसी तो कहीं अवैध असलहे का हुआ इस्तेमाल
कुल्हाड़ी से भी काटने का किया गया प्रयास
जे एन टी डेस्क
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चंदौली।जनपद में कानून व्यवस्था को धता बताकर जानलेवा हमले करने,हत्या करने जैसे जघन्य अपराध घटित हो रहे हैं।विवाद के बाद गोली चलना आम बात होती जा रही है।लायसेंसी से लेकर अवैध असलहे इस्तेमाल हो रहे हैं।कुल्हाड़ी से हमला कर दिया जा रहा हैं।जनपद में जुलाई माह में ही लाइसेंसी बंदूक से हत्या करना, आत्महत्या करना,कुल्हाड़ी से मार कर घायल करना और घर पर चढ़कर गिरोह में किसी की गोली मारकर हत्या की आ चुकी है।कानून व्यवस्था बनाए रखने और अपराधियों पर लगाम कसने के लिए पुलिस सख्ती भी कर रही ।उन्हें गिरफ्तार कर विधिक कार्रवाई भी की है।
लाइसेंसी असलहे सुरक्षा के लिहाज से लिए जाते हैं, लेकिन वह सुरक्षा के मुकाबले परेशानी का सबब अधिक बन रहे हैं। जिले में कई मामले ऐसे सामने आ चुके हैं जिनमें लाइसेंसी असलहे खुद के लिए ही घातक साबित हुए। सुरक्षा के उद्देश्य से प्रशासन लोगों को शस्त्र लाइसेंस जारी करता है। परंतु लोग लाइसेंस लेने के मामले में होड़ लगा लेते हैं तथा उन्होंने इसे शौक बना रखा है। जबकि यह लाइसेंसी असलाह लोगों की सुरक्षा में कम बल्कि परेशानी का सबब ज्यादा बन जाते हैं। जिले में हाल ही में कई मामले ऐसे प्रकाश में आ चुके हैं जिनमें लाइसेंस लाइसेंसी असलहा का उपयोग हुआ है।। पांच जुलाई को चकिया के साहदुलकापुर में विवाद में एक युवक ने नशे में धुत होकर पूर्व जिला पंचायत सदस्य के भाई की गोली मारकर हत्या कर दी।21 जुलाई को जिला पंचायत सदस्य के बेटे ने पारिवारिक विवाद में अपने पिता के लाइसेंसी रायफल से गोली मारकर आत्म हत्या कर ली।21 जुलाई को मुगलसराय कोतवाली क्षेत्र के धरना गांव में जिम संचालक को आठ संख्या में पहुंचे बदमाशों ने गोली मार दी जिससे उसकी मौत हो गई। वहीं वहीं सरकारी आवास न मिलने से नाराज युवक ने प्रधान के ससुर और उसके रिश्तेदार पर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया जब वह थाने शिकायत करने जा रहे थे।वहीं अलीनगर थाना क्षेत्र के मानस नगर कालोनी में बर्थडे पार्टी के दौरान एक युवक पर पिस्तौल से हमला कर दिया गया।जिसमें वह घायल हो गए।सदर कोतवाली क्षेत्र के फतेपुर गांव में पट्टीदारों में जमीन संबंधी विवाद के निपटारा के लिए बैठी पंचायत में उपजे विवाद में रिटायर्ड फौजी ने लाइसेंसी असलहे से अंधाधुंध फायरिंग कर दी जिसमें तीन लोग घायल हो गए। जनपद में अपराध को बढ़ावा देने में लगे बदमाशों पर पुलिस का शिकंजा भी कसा जा रहा है।बदमाश भले ही अपराध करने में सफल हों लेकिन पुलिस ने सलाखों के पीछे भेजने में पीछे नहीं हैं।अब सवाल यह है कि निजी विवादों में लोग एक दूसरे की जान लेने में क्यों तुले हैं।एक हत्या या आत्म हत्या से परिवारों के परिवारों के हालात किस तरह से गुजरते हैं।जिस जिम संचालक की हत्या उसके पिता के सीने पर पिस्तौल रख कर की गई।उसके पिता पर क्या गुजर रही होगी।पत्नी,बच्चे,मा भाई बहन सदमे में होंगे,।अपराध करने वाला भीं कम परेशान नहीं हैं। अपराध के कई कारण होते है।जिसे आपसी समन्वय से समझाया,सुलझाया और निपटाया का सकता है।आखिर जान लेने से किसी समस्या का निदान नहीं होता है। जिस तरह जनपद में
पैसा के लेनदेन, बर्थडे पार्टी के बाद, जमीनी विवाद में चली गोली,नशे की हालत में अपराध हुए हैं।वह समाज और आने वाली पीढ़ी के लिए घातक है।