बारिश और भूस्खलन का कहर : हिमाचल में 10 घर ढहे; देहरादून मार्ग बंद होने से मसूरी में 2,500 सैलानी फंसे
हिमाचल में बारिश से 10 कच्चे मकान ढह गए। सोमवार-मंगलवार की दरम्यानी रात हुई बारिश, बादल फटने व भूस्खलन से उत्तराखंड अभी तक नहीं उबरा है। देहरादून मार्ग जगह-जगह से टूट गया है, जिसके चलते मसूरी में 2,500 से अधिक सैलानी फंसे हुए हैं।
देहरादून

6:44 AM, Sep 18, 2025
हिमालयी राज्यों में मानसून का कहर जारी है। हिमाचल में बारिश से 10 कच्चे मकान ढह गए। सोमवार-मंगलवार की दरम्यानी रात हुई बारिश, बादल फटने व भूस्खलन से उत्तराखंड अभी तक नहीं उबरा है। देहरादून मार्ग जगह-जगह से टूट गया है, जिसके चलते मसूरी में 2,500 से अधिक सैलानी फंसे हुए हैं।
हिमाचल प्रदेश में बुधवार को कई हिस्सों में भारी बारिश हुई। कांगड़ा में 10 मकान पूरी तरह ध्वस्त हो गए, वहीं लगभग 50 घरों को नुकसान भी पहुंचा है। 64 गोशालाओं के साथ ही एक दुकान भी क्षतिग्रस्त हुई है। इस मानसून सीजन में प्रदेश में 1,500 से अधिक घर ध्वस्त हो चुके हैं। 417 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 45 लापता हैं। तलाशी अभियान चल रहा है। प्रदेश में 517 सड़कों सहित 441 बिजली ट्रांसफार्मर और 274 पेयजल योजनाएं अभी भी प्रभावित हैं।देहरादून में अधिकारियों ने बताया कि बादल फटने से आई बाढ़ के चलते देहरादून-मसूरी मार्ग कई जगह से टूट गया है। मार्ग को बहाल करने की कोशिशें चल रही हैं और तब तक सैलानियों से जहां हैं वहीं रहने को कहा गया है। हल्के वाहनों के लिए कोल्हूखेत में एक वैकल्पिक बेली ब्रिज बनाया जा रहा है जिसके जल्द चालू होने की संभावना है। सैलानियों की संख्या बहुत अधिक थी, लेकिन बुधवार को विकासनगर के रास्ते मार्ग खुलने से कुछ वापस चले गए।बंगाल के हिमालयी क्षेत्र में बारिश की संभावना :मौसम विभाग ने 19 सितंबर तक प. बंगाल के उप-हिमालयी जिलों में भारी वर्षा की संभावना जताई है। दार्जीलिंग, कलिमपोंग, जलपाईगुड़ी, कूच बिहार और अलीपुरद्वार में बारिश होने का अनुमान है। मौसम विभाग ने यह भी कहा कि राज्य के दक्षिण हिस्से के कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ गरज और बिजली गिरने की संभावना है।देहरादून आपदा : अब तक 22 की मौत, लापता की संख्या भी बढ़ीदून घाटी में आई आपदा में लापता हुए पांच और लोगों के शव मिले हैं। इनमें तीन शव देहरादून में और दो शव सहारनपुर के मिर्जापुर यमुना नदी में मिले हैं। इसके साथ ही मौतों का आंकड़ा 22 पहुंच गया है। बुधवार को राहत एवं बचाव कार्य तेज हुआ तो आपदा की और भयावहता सामने आई। लापता लोगों की संख्या में भी बढ़ोत्तरी हुई है। अब 23 लोग लापता बताए जा रहे हैं। इनमें फुलेत गांव में सहारनपुर के छह मजदूर भी शामिल हैं। हालांकि, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने अधिकारिक रूप से 16 मौत और 17 लोगों के लापता होने की जानकारी मुहैया कराई है। कई गांवों में एसडीआरएफ बुधवार सुबह से सर्च ऑपरेशन चला रही है।
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