नरवन परगना के खेतों में शुरू हुई धान की रोपाई
हल्की फुहारों के बीच महिलाएं सावनी व रोपनीं गीत गाकर रोपाई में जुटी गयी है।इस समय अधिकांशतः खेतों में महिलाएं धान की रोपाई करने में जुटी हुई है।
चंदौली

नरवन के खेतों में सावनी गीतों संग धान की रोपाई करती महिलाएं।
9:50 PM, July 5, 2025
नवीन राय
धीना। बरहनी क्षेत्र में दो दिनों से लगातार हो रही बारिश के बाद किसानों के चेहरे खिल गए है। नरवन के खेतों में युद्धस्तर पर धान की रोपाई शुरू हो गयी है। हल्की फुहारों के बीच महिलाएं सावनी व रोपनीं गीत गाकर रोपाई में जुटी गयी है।इस समय अधिकांशतः खेतों में महिलाएं धान की रोपाई करने में जुटी हुई है।
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जनपद को धान के कटोरे के नाम से पहचान बनी हुई है।जबकि किसान अपनी परंपरागत खेती पर पूरी तरह से निर्भर है।आषाढ़ माह और आर्द्रा नक्षत्र की शुरुआत होते ही किसानों का रुख खेतों की ओर हो जाता है।जबकि दो दिनों से लगातार बारिश होने से किसान खेतो में जी जान से जुट गए है।जिन किसानों की धान की नर्सरी तैयार हो चुकी है। खेतों में पानी भर गया है ।ऐसे किसान मेढ़ पूजन के बाद धान की रोपाई शुरु कर चुके हैं ।सुबह सुबह ही हाथ में फावड़ा लिए किसान खेतों में पहुंच रहे हैं। वही फुहारों के बीच खेतों में अब रोपनी के गीत भी सुनाई देने लगी है ।वर्तमान समय की व्यवसायिक खेती करने में किसान किसी तरह की चूक नहीं करना चाहते हैं । इसीलिए मानसून की बारिश वह कुछ निजी संसाधनों से पानी की व्यवस्था कर किसान खेतों में धान की रोपाई में जुट गए हैं। इसमें अधिकांश किसान ऐसे हैं जो कृषि वैज्ञानिकों की सलाह के अनुसार जून के प्रारंभ में ही अपनी नर्सरी डाल चुके थे ।नर्सरी तैयार होते ही करीब 25 दिन बाद किसानों ने धान की रोपाई शुरु कर दिए हैं ।पहले रोपाई करने में किसानों को जहां आसानी से मजदूर मिल जाते हैं वही उपज भी ठीक होने की संभावना अधिक रहती है।जबकि समय से रोपाई होने पर पैदावार काफी अच्छी होने की संभावना बढ़ जाती है।बारिश के चलते किसान अपने जीवकोपार्जन के लिए अपनी परंपरागत खेती में जुट गए।इस समय किसानों का कार्य अपने चरम सीमा पर पहुँच चुकी है। नरायनपुर पम्प कैनल का पानी भी धीना माइनर में चल रहा है।जिससे किसानों के चेहरों पर खुशी चमक रहा है.।