मोदी युग – नए भारत की आत्मविश्वास भरी दस्तक
मोदी सरकार का सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह रहा है कि उसने समाज के सबसे निचले पायदान पर खड़े व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुँचाने की कोशिश की। जन-धन योजना के तहत अब तक 51 करोड़ से अधिक बैंक खाते खोले गए, जिससे आर्थिक समावेशन को बढ़ावा मिला। उज्ज्वला योजना के तहत 9 करोड़ से अधिक गैस कनेक्शन वितरित किए गए, जिससे करोड़ों गरीब महिलाओं के जीवन में सुविधा और स्वास्थ्य में सुधार हुआ। प्रधानमंत्री आवास योजना के अ
राजनीति

9:05 PM, August 30, 2025

भारत के राजनीतिक इतिहास में कई नेताओं ने अपनी छाप छोड़ी है, लेकिन पिछले एक दशक में जिस नेतृत्व ने देश की दिशा और दशा दोनों को बदलने का प्रयास किया है, वह है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नेतृत्व। मोदी सरकार का कार्यकाल केवल राजनीतिक बदलावों तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यह सामाजिक, आर्थिक और वैश्विक स्तर पर नए भारत की पहचान गढ़ने वाला रहा है। भाजपा के दृष्टिकोण के अनुसार, मोदी सरकार ने "सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास" के मंत्र को वास्तविकता में बदलने का प्रयास किया है।
मोदी सरकार का सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह रहा है कि उसने समाज के सबसे निचले पायदान पर खड़े व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुँचाने की कोशिश की। जन-धन योजना के तहत अब तक 51 करोड़ से अधिक बैंक खाते खोले गए, जिससे आर्थिक समावेशन को बढ़ावा मिला। उज्ज्वला योजना के तहत 9 करोड़ से अधिक गैस कनेक्शन वितरित किए गए, जिससे करोड़ों गरीब महिलाओं के जीवन में सुविधा और स्वास्थ्य में सुधार हुआ। प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत अब तक 3 करोड़ से अधिक घरों का निर्माण हुआ है। इन योजनाओं ने दिखाया कि सरकार का लक्ष्य केवल घोषणाएँ करना नहीं, बल्कि वास्तविक बदलाव लाना है।
मोदी सरकार का आर्थिक एजेंडा स्पष्ट और सशक्त रहा है। "मेक इन इंडिया" और "आत्मनिर्भर भारत" जैसे अभियानों ने देश को वैश्विक विनिर्माण हब बनाने की दिशा में आगे बढ़ाया। कोरोना महामारी के दौरान 20 लाख करोड़ रुपये का आत्मनिर्भर भारत पैकेज छोटे और मध्यम उद्योगों के लिए संजीवनी साबित हुआ। 2023-24 में भारत की जीडीपी वृद्धि दर 6.5% से अधिक रही, जो विश्व की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में शीर्ष पर है। डिजिटल भुगतान प्रणाली का विस्तार अभूतपूर्व रहा—2024 तक भारत में प्रतिदिन 45 करोड़ से अधिक डिजिटल लेन-देन हो रहे हैं। यूनिकॉर्न स्टार्टअप्स की संख्या 110 से अधिक पहुँच चुकी है, जिससे स्पष्ट है कि देश की अर्थव्यवस्था नवाचार और उद्यमशीलता के रास्ते पर आगे बढ़ रही है।
प्रधानमंत्री मोदी ने विदेश नीति को नए आयाम दिए। 2023 में भारत ने जी20 की अध्यक्षता करते हुए वैश्विक दक्षिण के मुद्दों को प्रमुखता दी। क्वाड, ब्रिक्स और SCO जैसे मंचों पर भारत की सशक्त उपस्थिति ने यह दिखाया कि भारत अब वैश्विक नेतृत्व में अपनी भूमिका निभा रहा है। सीमा सुरक्षा पर सख्त रुख, आतंकवाद के खिलाफ कठोर कदम और पड़ोसी देशों के साथ संतुलित कूटनीति ने देश को रणनीतिक मजबूती दी है। रूस-यूक्रेन युद्ध जैसे संकटों में भारत की तटस्थ लेकिन निर्णायक भूमिका, और ऊर्जा सुरक्षा के मुद्दों पर समझदारी ने भारत को एक जिम्मेदार शक्ति के रूप में स्थापित किया है।
सड़कों, हाईवे, मेट्रो, रेलवे स्टेशन, जल जीवन मिशन और स्मार्ट सिटी परियोजनाओं का जाल बिछाना मोदी सरकार की विकासशील दृष्टि को दर्शाता है। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अनुसार, 2014 के बाद से प्रतिवर्ष औसतन 12,000 किमी से अधिक सड़कों का निर्माण हुआ है। 11 करोड़ से अधिक ग्रामीण घरों तक जल जीवन मिशन के तहत नल का पानी पहुँचाया गया। वंदे भारत ट्रेनों का संचालन और आधुनिक रेलवे स्टेशनों का निर्माण यह दर्शाता है कि भारत परिवहन के क्षेत्र में आधुनिकता की ओर तेजी से बढ़ रहा है।
अयोध्या में श्रीराम मंदिर का निर्माण, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर और महाकाल लोक जैसी परियोजनाएँ न केवल धार्मिक भावना को पुनर्जीवित कर रही हैं, बल्कि सांस्कृतिक पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी गति दे रही हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इन स्थलों की पहचान बढ़ी है, जिससे भारत की सांस्कृतिक शक्ति का प्रसार हो रहा है।
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डिजिटल इंडिया अभियान, आधार आधारित सेवाएँ और डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) जैसी योजनाओं ने सरकारी तंत्र को पारदर्शी और प्रभावी बनाया है। 2024 तक DBT के माध्यम से 30 लाख करोड़ रुपये से अधिक की राशि सीधे लाभार्थियों के खातों में पहुँची है। योजनाओं का लाभ सीधे जनता तक पहुँच रहा है, जिससे बिचौलियों और भ्रष्टाचार की भूमिका कम हुई है।
निश्चित ही विपक्ष ने रोजगार, महँगाई और कृषि सुधारों को लेकर सवाल उठाए हैं। लेकिन सरकार का दावा है कि इन चुनौतियों को हल करने के लिए दीर्घकालिक नीतियों पर काम हो रहा है। कृषि के लिए पीएम-किसान सम्मान निधि के तहत 11 करोड़ किसानों को प्रतिवर्ष 6,000 रुपये की सहायता, और बुनियादी ढाँचे में निरंतर निवेश इस दिशा में कदम हैं। रोजगार को लेकर सरकार स्टार्टअप्स, MSMEs और विनिर्माण क्षेत्रों में अवसर सृजन पर जोर दे रही है।
कुल मिलाकर, मोदी सरकार ने यह सिद्ध कर दिया है कि मजबूत नेतृत्व, स्पष्ट दृष्टि और जनता के प्रति जवाबदेही से कोई भी देश वैश्विक स्तर पर नई ऊँचाइयाँ छू सकता है। विपक्ष की आलोचनाएँ अपनी जगह हो सकती हैं, लेकिन तथ्य यही बताते हैं कि मोदी युग ने भारत को आत्मविश्वास से भर दिया है। यह वह समय है जब हर भारतीय यह महसूस कर सकता है कि उसका देश केवल विकसित होने की ओर अग्रसर नहीं, बल्कि दुनिया के लिए प्रेरणास्रोत बनने की राह पर है।

डॉ. रविकांत तिवारी
(लेखक राष्ट्रीय मुद्दों पर लेखन करने वाले वरिष्ठ चिंतक और स्तंभकार हैं।)