मंथरा ने कैकेयी के कान भरें, श्रीराम को मिला वनवास
रात शयन कक्ष में कैकेयी ने अपना विकृत रूप बनाकर दशरथ को अपने वचन को याद दिलाकर कहा कि आपसे मिले दो वरदान माँगने का सही समय आ गया है आज आपको मेरी शर्त माननी पडेगी। राजा दशरथ ने पूछा वो क्या शर्त हैं कैकेयी ने कहा कि मेरे पुत्र भरत को राजपाट और राम को चौदह वषों का वनवास ये बात सुनते ही दशरथ के पांव तले जमीं खिसक गई
चहनिया, चंदौली

4:48 PM, Sep 26, 2025

मु रफीक
जनपद न्यूज़ टाइम्सचहनिया। श्री राम लीला समिति वैष्णव रामशाला में आयोजित रामलीला के पाँचवें दिन राम वनवास का मंचन किया गया।

इस मंचन में राम के राज्याभिषेक की तैयारी जोरों शोरों पर थी सभी नगर, महल और सभागार को फूलों और मालाओं से सुस्जित किया गया था सभी प्रजा में हर्ष और उल्लास था राम को राज पाठ दिया ही जाने वाला था कि मंथरा ने कैकेयी के कान भरना शुरु कर दिया मंथरा ने कैकेयी से कहा कि कल राम को राजा बनाया जायेगा, तेरा बेटा भरत दास और तू दासी बनेगी इतनी बातें सुनकर कैकेयी आग बबूला हो गई और कहा कि अगर तेरी सुरत अच्छी नहीं है तो कम से कम अच्छी बातें तो कर जो मन मे आ रहा है बकी जा रही हैं लेकिन मंथरा के तीक्ष्ण बोल शूल की तरह कैकेयी के दिल में चुभ गए दशरथ ने युद्ध के समय कैकेयी को दो बरदान दिये थे जिसे कैकेयी ने उचित समय आने पर मांग लेने को कहा था।
रात शयन कक्ष में कैकेयी ने अपना विकृत रूप बनाकर दशरथ को अपने वचन को याद दिलाकर कहा कि आपसे मिले दो वरदान माँगने का सही समय आ गया है आज आपको मेरी शर्त माननी पडेगी। राजा दशरथ ने पूछा वो क्या शर्त हैं कैकेयी ने कहा कि मेरे पुत्र भरत को राजपाट और राम को चौदह वषों का वनवास ये बात सुनते ही दशरथ के पांव तले जमीं खिसक गई। उन्होंने कहा कि मांगना है तो कुछ और वर मांग लो अपने ये दो वचन वापस ले लो लेकिन कैकेयी अपने बात पर अडी रही अंत मे दशरथ को राम को वनवास और भरत को गद्दी देने के लिए वचनवद्ध होना पडा।
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श्रीराम, लक्ष्मण और सीता साध्वी भेष भूषा में वन की तरफ प्रस्थान करते हैं.।
इस मंचन के मुख्य अतिथि के रूप मे डॉ सर्वेष शर्मा ने राम के जीवन और उनके आदर्श पर चलने और उनके विचारों को अपने अंदर आत्मसात करने के लिए प्रेरित किया साथ ही पिता के आदेश और वचन को मानना हर ब्यक्ति का पुनित कर्तव्य है।
विशिष्ट अतिथि के रूप में श्यामलाल यादव, सुबाष सिंह, रमेश चौरसिया,कपिल गुप्ता, कपिल देव सिंह,विनोद मौर्या, जय प्रकाश गुप्ता, मनीष मौर्या, गोविन्द प्रजापति, अजय सिंह,मनोज शर्मा, शिवशंकर पाण्डेय, सत्यम सिंह सहित सभी गणमान्य, व श्रेत्रीय जनता उपस्थित रहीं।