अलीनगर थाना पार तो शराब पहुंच गई बिहार
बिहार में शराब तस्करी के एक चुनौती उभर कर सामने आई है। इस चुनौती का सामना आर पी एफ और अलीनगर पुलिस बखूबी कर रही है। दोनों ने मिलकर अब तक करोड़ों की शराब और सैकड़ों तस्करों को दबोचा है। शनिवार की रात में अलीनगर पुलिस और स्वाट टीम ने सिंघी ताली हाइवे पर चेकिंग के दौरान एक करोड़ 12 लाख की शराब पकड़ी।
चंदौली

8:18 PM, July 14, 2025
जे एन टी डेस्क
अलीनगर थाना इस समय शराब तस्करी के मामले में सुर्खियों में हैं।इसके पहले रेमा ब्रांड देशी शराब भीं इस थाना क्षेत्र के लिए चुनौती थी।पुलिस की सख्ती ऑपरेशन के बाद चलाने के बाद रेमा गांव में धधकती शराब की भट्ठियां दम तोड़ दी। अब पुलिस के लिए बिहार में शराब तस्करी के एक चुनौती उभर कर सामने आई है। इस चुनौती का सामना आर पी एफ और अलीनगर पुलिस बखूबी कर रही है। दोनों ने मिलकर अब तक करोड़ों की शराब और सैकड़ों तस्करों को दबोचा है। शनिवार की रात में अलीनगर पुलिस और स्वाट टीम ने सिंघी ताली हाइवे पर चेकिंग के दौरान एक करोड़ 12 लाख की शराब पकड़ी। जब शराब को एक ट्रक में वाल पुट्टी के नीचे छिपाकर ले जाया जा रहा था। अगर अलीनगर थाना क्षेत्र पार तो शराब पहुंच जा रही बिहार है।
बिहार में शराब बंदी के बाद से तस्करी का क्रम तेजी से बढ़ा है ।हाल के दिनों में शराब बिहार में तेजी से पहुंचाई जा रही है।पंजाब और हरियाणा निर्मित शराब को बिहार में किसी भी तरह पहुंचाने की कवायद जा रही है।जब बड़े वाहनों से तस्करी पुलिस के रडार पर आई तो।इसका स्वरूप बदल कर लग्जरी वाहनों तक लाया गया। इसके बाद शराब तस्कर पिट्ठू बैग के जरिए बिहार में शराब पहुंचाने की रणनीति ईजाद की।इस पर पुलिस ने पहरा बैठाया तो। शराब को मालगाड़ियों के जरिए भेजने की सफलतम कोशिश होने लगी।हालांकि जनपद से जुड़े विभिन्न थानों के स्टेशनों से भी तस्करी होने लगी।इसका खुलासा तब होने लगा जब आरपीएफ और सिविल पुलिस की जुगलबंदी ने शराब तस्करों पर नकेल कसना शुरू किया।ट्रेन में दो आर पीएफ कर्मियों की हत्या के बाद इस पहल को और अमलीजामा पहनाया गया। अलीनगर पुलिस और आरपीएफ की संयुक्त कार्रवाई में अब तक 100 से ज्यादा शराब तस्कर पकड़े गए कई लीटर शराब बरामद भी हुई।सबसे चौंकाने वाला तथ्य सामने आया जब पुरुष शराब तस्करों पर नकेल कसी जाने लगी तो महिलाओं को सामने लाया जाने लगा।पुलिस ने इनको भी शराब तस्करी में दबोचने लगी।अलीनगर थाना क्षेत्र शराब तस्करों के लिए काल घात साबित हो रहा है। इस क्षेत्र में शराब बरामदगी क्रम जारी है। यह थाना क्षेत्र शराब तस्कतके लिए मानो अभेद किला बनाता जा रहा है। उसी
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बिहार में हुई शराब बंदी के बाद शराब तस्कर बेहद सक्रिय है। शराब तस्करी के लिए तस्कर नए-नए तरीके इख्तियार कर रहे हैं। शराब तस्कर ट्रेनों के साथ ही सड़क के रास्ते भी शराब तस्करी के प्रयास में जुटे रहते हैं। ऐसे में अलीनगर थाना क्षेत्र इन दिनों शराब तस्करों के लिए अभेद किला साबित हो रहा है। जून से अब तक स्थानीय थाना अलीनगर के सहयोग से संयुक्त कार्यवाही करते हुए रेसुब सीपीडीएस टीम व रेसुब पोस्ट डीडीयू टीम द्वारा कुल 22 मामलों में कुल 1584.76 लीटर शराब जिसका 22,68,405 बरामद करते हुए कुल 72 शराब तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। इसके अतिरिक्त स्थानीय थाना धीना के साथ संयुक्त छापेमारी करते हुए 01 मामले में 06 शराब तस्करों को गिरफ्तार करते हुए रू 1,00,000.00मूल्य की कुल 108.04 लीटर शराब बरामद की गयी तथा राजकीय रेल थाना डीडीयू के जब साथ मिलकर 02 मामलों में 22,000 मूल्य की 53 लीटर शराब की बरामदगी की गयी।शनिवार की रात में अलीनगर पुलिस ने स्वाट टीम के साथ नेशनल हाइवे 19 पर एक ट्रक से एक करोड़ 12 लाख की शराब पकड़ी है।अलीनगर थाना क्षेत्र में रेमा गांव शराब के लिए काफी चर्चित रहा है ।इस गांव में देशी शराब काफी मशहूर रहा है।जिस पर पुलिस की सख्ती के साथ नकेल कसी गई।अब बिहार में शराब बंदी के बाद तस्करी का खेल तेजी से पनपा है हाल के दिनों में इसमें तेजी आई है।पैसेंजर ट्रेन,माल गाड़ी के अलावा सड़क परिवहन के विभिन्न साधनों से तस्करी चलता रहा है। 13 जुलाई को अलीनगर पुलिस और आर पी एफ ने 13 शराब तस्करों को पकड़ा।जिसमें महिला और पुरुष शामिल रहे।
सवाल यह उठाता है कि अलीनगर थाना पार तो शराब पहुंच गई बिहार।