मुकुट पूजा के साथ धानापुर की प्रसिद्ध रामलीला का शुभारंभ
पूजन-अर्चन का कार्य वैदिक मंत्रोच्चारण और परंपरागत विधि-विधान के साथ सम्पन्न हुआ। इसके बाद रामलीला मंचन की औपचारिक शुरुआत की गई। समिति सदस्यों और गणमान्य व्यक्तियों ने भगवान श्रीराम, सीता माता और लक्ष्मणजी के मुकुट की पूजा अर्चना कर मंगलकामना की।
धानापुर, चंदौली

11:57 AM, September 7, 2025

धानापुर। शनिवार की देर शाम कस्बा स्थित ऐतिहासिक रामलीला चबूतरे पर परंपरागत मुकुट पूजा के साथ धानापुर की प्रसिद्ध श्रीरामलीला का शुभारंभ धूमधाम से हुआ। स्थानीय स्तर पर रामलीला को लेकर लोगों में खासा उत्साह देखने को मिला।
पूजन-अर्चन का कार्य वैदिक मंत्रोच्चारण और परंपरागत विधि-विधान के साथ सम्पन्न हुआ। इसके बाद रामलीला मंचन की औपचारिक शुरुआत की गई। समिति सदस्यों और गणमान्य व्यक्तियों ने भगवान श्रीराम, सीता माता और लक्ष्मणजी के मुकुट की पूजा अर्चना कर मंगलकामना की।
इस अवसर पर समिति अध्यक्ष अरविंद मिश्रा ने बताया कि धानापुर की रामलीला सदियों पुरानी परंपरा है, जो कस्बे की सांस्कृतिक धरोहर बन चुकी है। यह मंचन न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है बल्कि समाज को सत्य, धर्म और आदर्श जीवन का संदेश भी देता है।
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कार्यक्रम में मुख्य रूप से बंशीधर दुबे, कृष्णानंद मिश्रा, श्रीराम सिंह, बृजेश सिंह, मृत्युंजय सिंह, अच्युतानंद मिश्रा, वेदप्रकाश द्विवेदी, शिवकुमार मिश्रा, प्रदीप मोदनवाल, प्रबल सिंह, अरुण जायसवाल, गौरी मौर्य, रामलाल सेठ, घनश्याम मौर्य, सुरेंद्र सेठ, वशिष्ठ दुबे, श्यामसुंदर सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण और श्रद्धालु मौजूद रहे।
रामलीला आयोजन के दौरान चबूतरे पर भक्तों की भीड़ उमड़ी रही। बच्चों और महिलाओं में खासा उत्साह देखने को मिला। लोगों ने पूजा-अर्चना के साथ-साथ रामलीला मंचन का आनंद लिया।
रामलीला समिति ने बताया कि आने वाले दिनों में भगवान श्रीराम के बाल्यकाल, ताड़का वध, सीता स्वयंवर, राम-वनगमन और रावण संहार जैसे प्रसंग मंचित किए जाएंगे। आयोजकों ने लोगों से अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर इस ऐतिहासिक आयोजन को सफल बनाने की अपील की।