स्वदेशी को अपनाने का संकल्प लें देशवासी: पीएम मोदी
> “हम उन्हीं वस्तुओं को खरीदेंगे, जिसे बनाने में भारत का पसीना बहा है। वोकल फॉर लोकल को जीवनशैली का हिस्सा बनाना होगा। आने वाले समय में जो भी सामान हमारे घर में आए, वह स्वदेशी हो — यह हमारी जिम्मेदारी है।”
वाराणसी

1:39 PM, August 2, 2025
"हम वही खरीदेंगे जिसमें भारत का पसीना बहा हो, वोकल फॉर लोकल बने जनआंदोलन"
सेवापुरी (वाराणसी)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को वाराणसी के सेवापुरी क्षेत्र के बनौली गांव में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए स्वदेशी अपनाने और 'वोकल फॉर लोकल' के मंत्र को जन-जन तक पहुंचाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि देश के नागरिकों को यह संकल्प लेना चाहिए कि वे स्वदेशी उत्पादों को प्राथमिकता देंगे और मेक इन इंडिया अभियान को गति देंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा,
> “हम उन्हीं वस्तुओं को खरीदेंगे, जिसे बनाने में भारत का पसीना बहा है। वोकल फॉर लोकल को जीवनशैली का हिस्सा बनाना होगा। आने वाले समय में जो भी सामान हमारे घर में आए, वह स्वदेशी हो — यह हमारी जिम्मेदारी है।”
उन्होंने दुनिया की वर्तमान आर्थिक स्थिति पर भी टिप्पणी करते हुए कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था अस्थिरता और अनिश्चितता के दौर से गुजर रही है।
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> “हर देश अपने-अपने हितों को प्राथमिकता दे रहा है। ऐसे में भारत को भी अपने आर्थिक हितों को लेकर सजग रहना होगा। हम तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर बढ़ रहे हैं, और यह तभी संभव है जब हमारे किसान, लघु उद्योग और रोजगार मजबूत हों।”
स्वदेशी अपनाना सिर्फ विकल्प नहीं, कर्तव्य है
पीएम मोदी ने स्पष्ट कहा कि अब समय आ गया है जब हम तय करें कि
> “हमें क्या खरीदना है, किससे खरीदना है, और किस तराजू पर तौलना है। अब हमें एक ही तराजू अपनाना होगा — भारत की मेहनत और भारत के कौशल का। भारत में बने उत्पाद ही हमारे लिए प्राथमिकता होनी चाहिए।”
प्रधानमंत्री का यह संबोधन न केवल आर्थिक आत्मनिर्भरता को लेकर एक स्पष्ट दिशा देता है, बल्कि देशवासियों को राष्ट्रीय कर्तव्यों की भी याद दिलाता है।