चंदौली पुलिस ने नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का किया भंडाफोड़, चार गिरफ्तार
गिरफ्तार आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे यूट्यूब से जानकारी लेकर एक संगठित गिरोह के रूप में कार्य कर रहे थे। इन्होंने बेरोजगार युवाओं को जिला, ब्लॉक और पंचायत स्तर पर नौकरी दिलाने का झांसा दिया। इसके बदले युवाओं से ₹1 लाख से ₹2.5 लाख तक की रकम वसूली गई। ठगी को विश्वसनीय बनाने के लिए फर्जी ट्रेनिंग सर्टिफिकेट, नियुक्ति पत्र, परिचय पत्र, वर्दी, टोपी, सीटी और नामपट्टी तक तैयार की गई।
चंदौली

5:15 PM, August 2, 2025
चंदौली। जिले की कोतवाली पुलिस ने नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके पास से भारी मात्रा में फर्जी दस्तावेज, नकदी और अन्य सामान बरामद किया है। गिरोह अब तक 5.45 लाख रुपये की ठगी कर चुका था और फर्जी ट्रेनिंग सर्टिफिकेट, आईडी कार्ड और नियुक्ति पत्र देकर लोगों को झांसे में ले रहा था।
गिरफ्तारी व बरामदगी का स्थान
पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर मझवार रेलवे स्टेशन के पास से चारों आरोपियों को गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई कोतवाली प्रभारी निरीक्षक संजय कुमार सिंह व उनकी टीम द्वारा की गई।
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गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान
1. अशोक सम्राट पुत्र संज्जन सिंह – निवासी: मुजफ्फरपुर (बिहार), वर्तमान: ओखला फेस-1, दिल्ली
बरामद: एक लैपटॉप, पांच मोबाइल, ₹53,000 नकद, 11 फर्जी आईडी, गृह मंत्रालय की दो नकली मुहरें
2. संजीव कुमार पुत्र अनोखे लाल – निवासी: गोमती नगर, लखनऊ
बरामद: दो मोबाइल, 8 भरे हुए फॉर्म, 53 सादे प्रमाणपत्र, 17 पेज की विभागीय बुकलेट, 20 नामपट्टियां, 11 जोड़ी खाकी वर्दियां, ₹20,000 नकद
3. आशीष कुमार पुत्र जुगेन्द्र सिंह – निवासी: कासगंज, उत्तर प्रदेश
बरामद: 25 सादे प्रमाणपत्र, एक मोबाइल, वर्दी
4. आनंद चौहान पुत्र बृजेश सिंह – निवासी: कासगंज
बरामद: एक टैबलेट, 100 विभागीय स्टीकर व अन्य सामान
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पूछताछ में हुआ खुलासा
गिरफ्तार आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे यूट्यूब से जानकारी लेकर एक संगठित गिरोह के रूप में कार्य कर रहे थे। इन्होंने बेरोजगार युवाओं को जिला, ब्लॉक और पंचायत स्तर पर नौकरी दिलाने का झांसा दिया। इसके बदले युवाओं से ₹1 लाख से ₹2.5 लाख तक की रकम वसूली गई। ठगी को विश्वसनीय बनाने के लिए फर्जी ट्रेनिंग सर्टिफिकेट, नियुक्ति पत्र, परिचय पत्र, वर्दी, टोपी, सीटी और नामपट्टी तक तैयार की गई।
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पिछली घटना से खुला मामला
वादी चन्द्रभान मौर्य, निवासी सोगाई, सैयदराजा ने शिकायत दी थी कि उनसे और उनके साथियों से लगभग ₹5 लाख की वसूली कर फर्जी ट्रेनिंग व नियुक्ति पत्र दिए गए। संजीव कुमार ने इन्हें कानपुर बुलाकर फर्जी ट्रेनिंग कराई और 'पुलिस मित्र' के नाम पर भर्ती का झांसा दिया गया। ट्रेनिंग के बाद अन्य ग्रामीणों को भी झांसे में लेकर उनसे भी मोटी रकम वसूली गई।
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पुलिस ने जब्त किया
11 फर्जी आईडी कार्ड
गृह मंत्रालय की दो नकली मुहरें
एक लैपटॉप व एक टैबलेट
कुल 8 मोबाइल फोन
08 जोड़ी काले जूते
10 जोड़ी विभागीय टी-शर्ट
20 नामपट्टियां
₹73,000 नकद
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पुलिस टीम
संजय कुमार सिंह (प्रभारी निरीक्षक)
उप निरीक्षक: शिवपूजन बिंद, रावेन्द्र सिंह, कन्हैया लाल मौर्य, रामसुजान यादव
हेड कांस्टेबल: शिवचंद्र सरोज, संजीत साह
कांस्टेबल: नीलकमल यादव
पीआरडी जवान: रामआधार
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पुलिस ने मामला दर्ज कर आगे की विधिक कार्रवाई शुरू कर दी है। चंदौली पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे ने आम नागरिकों से ऐसे झांसे में न आने की अपील की है और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तत्काल पुलिस को देने का अनुरोध किया है।