मानसून सत्र में हंगामे के बाद अब 'ऑपरेशन सिंदूर' और पहलगाम हमले पर गरमाएगा सदन
सूत्रों के मुताबिक, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस. जयशंकर इन दोनों संवेदनशील मामलों पर सरकार का पक्ष रखेंगे। साथ ही, यह भी उम्मीद जताई जा रही है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा और राज्यसभा दोनों में बयान दे सकते हैं।
नई दिल्ली

8:52 AM, July 28, 2025
नई दिल्ली। संसद का मानसून सत्र अब तक हंगामे की भेंट चढ़ा रहा, लेकिन सोमवार से सदन में गंभीर बहस देखने को मिल सकती है। लोकसभा में पहलगाम आतंकी हमला और ऑपरेशन सिंदूर को लेकर चर्चा शुरू होगी, जबकि राज्यसभा में यह बहस मंगलवार से संभावित है। इन मुद्दों पर राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति को लेकर सरकार और विपक्ष आमने-सामने होंगे।
सूत्रों के मुताबिक, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस. जयशंकर इन दोनों संवेदनशील मामलों पर सरकार का पक्ष रखेंगे। साथ ही, यह भी उम्मीद जताई जा रही है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा और राज्यसभा दोनों में बयान दे सकते हैं।
विपक्ष की तैयारी, ट्रंप के दावे पर सरकार को घेरेगा
विपक्ष के लिए यह मौका सरकार को घेरने का है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा बार-बार किए गए उस दावे को लेकर विपक्ष हमलावर है, जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध रोकने के लिए उन्होंने व्यापारिक दबाव बनाया था। सरकार भले ही इस दावे को खारिज कर चुकी हो, लेकिन कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल इसे संसद में मुद्दा बना सकते हैं।
थरूर पर टिकी रहेंगी निगाहें
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लोकसभा में जब चर्चा शुरू होगी, तो कांग्रेस सांसद शशि थरूर पर सबकी नजरें रहेंगी। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या पार्टी उन्हें बोलने का मौका देती है या नहीं। उल्लेखनीय है कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद थरूर ने विदेशों में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया था।
राहुल, खरगे और अखिलेश रहेंगे चर्चा में शामिल
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, राज्यसभा में मल्लिकार्जुन खरगे, और सपा प्रमुख अखिलेश यादव जैसे विपक्षी नेता चर्चा में भाग लेंगे। विपक्ष की रणनीति केंद्र सरकार की विदेश नीति और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाने की है। उनका दावा है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत को अंतरराष्ट्रीय सहयोग नहीं मिला, और पहलगाम हमले में सुरक्षा में चूक हुई।
पहले सप्ताह रहा हंगामेदार
सत्र के पहले सप्ताह में विपक्ष ने पहलगाम हमला, ऑपरेशन सिंदूर, और बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर सदन में जमकर हंगामा किया, जिससे कार्यवाही प्रभावित रही।